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Monday, September 20, 2010

मोबाइल पर टेंशन, हैकर उड़ा रहे मजा

चंडीगढ़.मोबाइल जेब में, मोबाइल का मालिक नींद में और इसी मोबाइल से कॉल विदेश में। शरारत हैकर की, बिल मोबाइल मालिक का। नतीजा ज्यादा बिल होने के कारण फोन काट दिया गया। सेक्टर-44 के प्रॉपर्टी डीलर विवेक कोहली शुक्रवार की रात मोबाइल फोन (ब्ल्यू टूथ डिवाइस युक्त) जेब में डालकर ही सोते रहे, लेकिन सुबह उनका फोन कट चुका था।




कनेक्शन आइडिया का है और कंपनी से मैसेज आया हुआ था कि ज्यादा बिल की वजह से कनेक्शन काटा गया है। विवेक ने कंपनी से संपर्क किया तो पता चला कि रातभर उनके नंबर से बुल्गारिया बात हुई है, जिसका बिल 8200 रुपए बनता है।



विवेक हैरत में थे, न तो उन्होंने कोई कॉल की थी और न ही बुल्गारिया में उन्हें कोई जानता है। विवेक ने फोन का कॉल रजिस्टर देखा तो डायल नंबर में विदेश के कई नंबर थे। विवेक इसी उलझन में थे कि यह मुमकिन कैसे हो सकता है?



कंपनी से बात करने पर ही विवेक को पता चला कि यह किसी हैकर की शरारत हो सकती है। कंपनी ने यह दलील भी दी कि कहीं न कहीं इसमें विवेक की ही गलती रही होगी। विवेक ने मामले की शिकायत सेक्टर-22 पुलिस चौकी को दी, जहां से मामला साइबर सेल को रेफर कर दिया गया। साइबर सेल में एसआई गुरमुख सिंह ने बताया कि इस तरह के दो मामले आए हैं। सेक्टर-19 के एक व्यापारी ने वीरवार को इसी तरह की शिकायत दर्ज कराई थी।



उसका रातोंरात 3200 रुपए का बिल आया था, जबकि उसने कहीं बात नहीं की। इस व्यापारी और विवेक के मोबाइल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। गुरमुख के मुताबिक, चंडीगढ़ में मोबाइल कंपनियों के पास एंटी चीट कोड सर्वर नहीं है। इसलिए हैकर के सिम कार्ड को तलाश नहीं जा सकता।



विवेक की उलझन का जवाब



  •  मोबाइल का सिम कार्ड हैक कर उसे कोई और इस्तेमाल कर सकता है। काफी गुंजाइश है कि हैकर जानकार ही हो, लेकिन हैकिंग तभी संभव है जब मोबाइल में ब्ल्यू टूथ हो। हैकर या आपका जानकार अपने फोन और आपके फोन का ब्ल्यू टूथ ऑन करके दोनों में एक जैसा पासवर्ड फीड करता है। पासवर्ड फीड होते ही सिम हैक हो जाता है। लेकिन, इस तरह की हैकिंग में हैकर सिर्फ नंबर डायल कर सकेगा, किसी से बात नहीं कर पाएगा।



  • इंटरनेट में तमाम ‘मोबाइल चीट कोड’ मौजूद हैं। मोबाइल चीट कोड वह तरीके हैं, जिनके जरिये आप किसी का सिम कार्ड हैक कर सकते हैं। जिसका सिम हैक करना हो, उसका बैलेंस जानने के लिए हैकर कंपनी को एसएमएस भेजता है।



अगर कंपनी का सर्वर इस चीट कोड को एक्सेप्ट कर ले, तो समझो वह सिम हैक हो गया। इसके बाद हैकर अपने मोबाइल से ही आपका मोबाइल अकाउंट यूज कर सकता है। हैकर आपका नंबर इस्तेमाल करता रहता है और कंपनी के सर्वर में आपके फोन की टावर लोकेशन, आईईएमआई नंबर फीड होता रहता है। हैकर जिसे फोन करता है, उसके मोबाइल पर भी आपका नंबर ही डिस्प्ले होता है। और बिल भी आपका कटता है।



हैकिंग से बचने के साइबर क्राइम सेल के टिप्स



  • मोबाइल कंपनियां एंटी चीट कोड सर्वर लगाएं और पुराने सर्वर बदलें . अगर किसी अनजाने मैसेज से डिस्प्ले फाइल आए, तो इसे कतई न खोलें, यह मेसेज हैकर का हो सकता है।



  • .मोबाइल कंपनियां रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने से पहले जांचें, कि जिसके अकाउंट की डिटेल ली जा रही है, मैसेज भी उसी नंबर से आया है या नहीं। . अपने फोन में हमेशा सिम का पुक कोड लगाकर रखें। इसे हैकर हैक नहीं कर सकता।
आभारी भास्कर

1 comments:

seema gupta said...

thanks for sharing this information.
regards