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Monday, October 25, 2010

और भी जगाहे है यह भी देखो..

वैसे हममें से अधिकांश के लिए गूगल वेब सर्च का पर्याय बन चुका है। हम गूगल पर सूचना के लिए जाते हैं। इसका मतलब कि हम सूचना प्राप्ति के लिए किसी अधिक भरोसेमंद और तेज साधनों का इस्तेमाल नहीं करते।
पिक्चर परफेक्ट  
इमेज सर्च तब की जाती है जब हम किसी रिपोर्ट या प्रेजेंटेशन के लिए कोई तस्वीर खोजते हैं। लेकिन यह तरीका सूचना खोजने में भी काम आ सकता है। अपनी काम की सूचना के लिए जब आपकी सर्च ग्राफ या चार्ट दिखाती है तो उससे आपको जरूरी सूचना का भी पता चल जाता है और आप इस कवायद में किसी सही सर्च पेज तक जा पहुंचते हैं। इसलिए जब आप अपनी रिपोर्ट, प्रजेंटेशन या ब्लॉग पोस्ट के लिए इमेज खोज रहे हों तो फ्लिकर का इस्तेमाल करें। गूगल पर कोई तस्वीर खोजते समय आप किसी भी तस्वीर के कॉपीराइट के बारे में दावे के साथ नहीं कह सकते। इसके विपरीत, यदि आप क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंसी तस्वीरों के लिए फ्लिकर का इस्तेमाल करते हैं तो वह कॉपीराइट की दृष्टि से सुरक्षित होंगी।
सवाल-जवाब
याहू पर सही सूचना मिलनी कई बार मुश्किल होती है और यही कारण है कि वह मुख्यधारा सर्च का हिस्सा नहीं बन सका है। लेकिन क्वोरा (www.quora.com) के साथ ऐसी समस्या नहीं होगी। इस साइट को विकि सिद्धांत पर तैयार किया गया है जिसमें इस्तेमालकर्ता को सवालों के जवाब देने, उनका संपादन करने, प्रश्नों में योगदान और जवाबों को श्रेणीगत लगाने की सुविधा है। प्रत्येक प्रश्न का अपना एक पृष्ठ है और यह उस सवाल का पुख्ता स्नोत साबित होता है। क्वोरा की खास बात ये है कि इसमें इसके फाउंडर्स, इंडस्ट्री लीडर और टॉपिक एक्सपर्ट सवालों के जवाब देते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप ट्विटर संबंधी कोई प्रश्न करते हैं तो बहुत संभव है कि उसके फाउंडर इवान विलियम्स जवाब दें। पेशेवराना राय के मामले में यह बेहतर है, लेकिन डिनर के लिए बाहर जा रहे हैं तो जाहिर है आप अपने परिवारजनों की ही राय लेंगे। इस जगह आर्डवार्क (http://vark.com) काम आता है। यह पूर्णतया नॉन-गूगल नहीं है, और चूंकि यह अभी नया है इसलिए गूगल का कुछ असर इस पर है। आर्डवार्क अपनी सर्च विधि से यह सुविधा देता है कि आपके सवालों का जवाब आपकी सोशल सर्च से जुड़े आपके मित्र या मित्रों के मित्र ही दें। यह भी सुविधा मिलती है कि जवाब सबसे बेहतर व्यक्ति दे और आपके सवाल किसी एक ही व्यक्ति के पास न जाएं।
खोज पक्ष
रियल टाइम और सोशल सर्च का मकसद आपके सवालों के जवाब की तलाश से अधिक नई खोज से है, और इसमें अभी कार्य चल रहा है। रियल टाइम सर्च में आपके सवालों के जवाब में सबसे हालिया लेख, लिंक और ब्लॉग सामने आते हैं। इस समय सबसे मशहूर रियल टाइम सर्च है (http://twitter.com/search)। लेकिन अन्य भी कुछ सेवाएं हैं जैसे वनरायट (www.oneriot.com) और गूगल और बिंग के सोशल सर्च फीचर। सोशल सर्च इसलिए भी कुछ अलग है कि इसमें आपके सोशल ग्राफ की पड़ताल पहले होती है।
फाइल तलाशें
कितनी ही बार हम किसी ऐसी रिपोर्ट, प्रस्तुतिकरण या डॉक्यूमेंट की खोज कर रहे होते हैं, जिसके बारे में हमें पता होता है कि वह नेट पर उपलब्ध है, पर वह नहीं मिलता। ऐसी स्थिति में स्लाइड शेयर (www.slideshare.net) स्क्रिब्ड (www.scribd.com) अथवा डॉकस्टॉक (www.docstoc.com) पर सर्च करना अधिक बेहतर विकल्प होगा। न सिर्फ यहां ये संभावना होगी कि आप अपनी जरूरत का डॉक्यूमेंट ढूंढ़ पाएंगे, पर उससे संबंधित दूसरे महत्वपूर्ण दस्तावेज भी तलाश सकेंगे, जिनके बारे में आप नहीं जानते थे।
वेब सर्च (विकल्प)
यहां वैकल्पिक शब्दों का प्रयोग इसलिए नहीं कहा, क्योंकि वेबसर्च के लिए यहां एक ही नाम बिंग (www.bing.com) का है। याहू का नाम भी इसमें शामिल किया जा सकता है, पर माइक्रोसॉफ्ट के साथ उसकी डील के बाद इसमें बहुत संभावना नहीं रही। फेस वेल्यू की बात करें तो गूगल और बिंग कुछ बहुत अलग परिणाम नहीं दर्शाएंगे। यहां यह बात भी ध्यान रखने योग्य है कि सर्च परिणाम आपके द्वारा की जा रही तलाश पर भी निर्भर करते हैं। कुछ के लिए जहां गूगल बेहतर है, तो अन्य के लिए बिंग बेहतर हो सकता है। परिणाम में इतना कम अंतर देखने को मिलता है कि नियमित यूजर को शायद ही कोई बड़ा फर्क इस संबंध में महसूस हो। बिंग के महत्व को इस बात से भी जाना जा सकता है कि गूगल ने अपनी सूचना वृद्धि के लिए बिंग यूजर इंटरफेस की सामग्री का अपने यहां इस्तेमाल किया।

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