पास थ्रु सर्टिफ़िकेट का सीधा अर्थ है, कि जारीकर्ता कंपनी ने मूल-स्वामी से रकम प्राप्त कर निवेशक को पहुंचा दी है। |
सिक्योराइटेजेशन क्या है?
बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाएं ग्राहकों को जो लोन या सेवाएं देती हैं, उन पर उन्हें ब्याज मिलता है या मूलधन वापस मिलता है। सिक्योराइटेजेशन के तहत मिलने वाली रकम या आय को कर्ज योजनाओं (डेट इंस्ट्रूमेंट) में परिवर्तत कर निवेशकों को बेच दिया जाता है। इसके लिए मूल कंपनी या बैंक एक स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीयू) बनाता है, जो डेट इंस्ट्रमेंट जारी करने का काम करती है। बाजार में इस डेट इंस्ट्रमेंट की बिक्री से मूल कंपनी को नकदी हासिल होती है। वह इस रकम या फंड का इस्तेमाल अपने कारोबार के लिए कर सकती है। जब कोई निवेशक इस डेट इंस्ट्रूमेंट को खरीदता है तो उसे पीटीसी जारी किया जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि पीटीसी के अंडरलाइंग एसेट पर निवेशक का अधिकार होता है। जब मूल कंपनी को दिए गए कर्ज की रकम या कर्ज पर ब्याज मिलता है तो वह उसे एसपीवी को स्थानांतरित कर देती है। एसपीवी इस रकम को फिक्स्ड इनकम के रूप में निवेशकों को दे देती हैं।
पास थ्रू सर्टिफिकेट और पे थ्रू सर्टिफिकेट में क्या अंतर है?
पास थ्रू सर्टिफिकेट में कंपनी को लोन पर मिलने वाला ब्याज या मूलधन सीधे निवेशक को दे दी जाती है, जबकि पे थ्रू सर्टिफिकेट में ब्याज या मूलधन की रकम निवेशक को नहीं दी जाती है। इसके बदले निवेशकों को एसपीवी द्वारा नई सिक्योरिटीज जारी की जाती है।
पीटीसी का क्या महत्व है? यह खबरों में क्यों है?
बाजार में मौजूद पीटीसी की रेटिंग क्रिसिल या फिच जैसी रेटिंग एजेंसियों द्वारा की जाती है। रेटिंग से निवेशकों को पीटीसी की अंडरलाइंग सिक्योरिटीज की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मिलती है। वोकहार्ट द्वारा जारी पीटीसी की रेटिंग क्रिसिल ने घटा दी है। इसके चलते पीटीसी आजकल खबरों में है। वोकहार्ट अपने पीटीसी पर ब्याज का भुगतान करने में असमर्थ रही है, जिसके चलते उसके पीटीसी की रेटिंग घटा दी गई है।
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